वैशाख शुक्ल सप्तमी वाक्य
उच्चारण: [ vaishaakh shukel septemi ]
उदाहरण वाक्य
- वैशाख शुक्ल सप्तमी को भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था।
- है कि हर वर्ष वैशाख शुक्ल सप्तमी को गंगा अपने पाप छोड़ने के लिए
- वैशाख शुक्ल सप्तमी के पावन दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई इस कारण इस पवित्र तिथि को गंगा जयंती के रूप में मनाया जाता है.
- ५ मई २००६ की सही विक्रम संवत् तिथि होगी-विक्रम संवत् २०६३ वैशाख शुक्ल सप्तमी (विक्रम संवत् अंग्रेज़ी सन से लगभग ७ साल अधिक होता है)
- वैशाख शुक्ल सप्तमी का दिन संपूर्ण भारत में श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया जाता है यह तिथि पवित्र नदी गंगा के पृथ्वी पर आने का पर्व है गंगा जयंती.
- श्री शिवमहापुराण के कोटि रूद्रसंहिता अध्याय ५-७ से यह प्रमाणित है कि हर वर्ष वैशाख शुक्ल सप्तमी को गंगा अपने पाप छोड़ने के लिए दिव्य नदी नर्मदा में आती है।
- जिस दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई वह दिन गंगा जयंती (वैशाख शुक्ल सप्तमी) और जिस दिन गंगाजी पृथ्वी पर अवतरित हुई वह दिन ‘ गंगा दशहरा ' (ज्येष्ठ शुक्ल दशमी) के नाम से जाना जाता है इस दिन मां गंगा का पूजन किया जाता है.
- |भविष्योत्तर पुराण में वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को ' निम्ब सप्तमी' भी कहते हैं | उस दिन सूर्य देव को प्रणाम करके नीम् के पत्ते भी खाएं तो रोगों से मुक्ति प्राप्त होती है | जिनके शरीर में बीमारियाँ रहती हो पेट की, सिर दर्द की कोई भी तकलीफ रहती हो और वो कमबख्त मिट नहीं रही है, बड़ा परेशान कर रही है वो तकलीफ तो आप नीम के पत्ते वैशाख शुक्ल सप्तमी को सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर प्रणाम करके फिर ये मंत्र बोलते हुए नीम के पत्ते खाएं ।
अधिक: आगे